सूखे को बाढ़ साबित करने के लिए गड्डे में खड़े होकर रिपोर्टिंग करने की क्षमता केवल हमारे सनसनी के भूखे मीडिया में ही है।वो भूल जाते हैं कि उनके ऊपर भी जनता- जनार्दन नाम का सुपर मीडिया है जो कि उनकी हर खबर की खबर रखता है।लघु कथा नही एक तीखा व्यंग बाण जो सही निशाने पर लगा है।🙏
सूखे को बाढ़ साबित करने के लिए गड्डे में खड़े होकर रिपोर्टिंग करने की क्षमता केवल हमारे सनसनी के भूखे मीडिया में ही है।वो भूल जाते हैं कि उनके ऊपर भी जनता- जनार्दन नाम का सुपर मीडिया है जो कि उनकी हर खबर की खबर रखता है।लघु कथा नही एक तीखा व्यंग बाण जो सही निशाने पर लगा है।🙏
ReplyDeleteजी, अत्यंत आभार।
Deleteआपकी यह पोस्ट तो सतसइया के दोहरों सरीखी है आदरणीय विश्वमोहन जी - ज्यों नावक के तीर; देखन में छोटे लगें, घाव करें गम्भीर।
ReplyDeleteजी, बहुत आभार।
Deleteतीखा व्यंग
ReplyDeleteजी, बहुत आभार।
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