गलथेथरई
गलथेथरई
(Move to ...)
Home
▼
Sunday, 22 September 2024
बस तीन बीघा की बात!
›
( तीन बीघा का छोटा-सा गलियारा एक बड़े भाई के बहुत बड़े दिल की दास्ताँ है। हिंदुस्तान का बांग्ला देश को दिया गया ज़मीन का यह छोटा -सा टुकड़ा ...
10 comments:
Monday, 12 August 2024
छिन्नमस्तिका!
›
आसमान भी रो रहा था, धरती पानी- पानी थी। काली बाड़ी खप्परधारी, चुप्पी ये बेमानी थी। भैरव भी सावन के अंधे, हुगली हो ली काली थी। आयुष- मंदिर ना...
22 comments:
Tuesday, 23 July 2024
धंधेबाज़ फिर धंधे पर!
›
नौनिहालों को नोच-नोच, ये देखो नटूए नाच रहे हैं। इजलास के जलसे में जो, रामकथा को बाँच रहे हैं। लीपपोतकर लीक-वीक, ये लोकलाज भी लील गए। इंसाफ़ ...
16 comments:
Tuesday, 21 May 2024
शब्द - संसार
›
एफ एम गोल्ड पर शब्द - संसार कार्यक्रम में बातचीत।
18 comments:
Monday, 11 September 2023
स्वतंत्र हुए स्वाधीन होना है
›
पुस्तक - स्वतंत्र हुए स्वाधीन होना है लेखक - शिवदयाल (संपर्क -९८३५२६३९३०) प्रकाशन - प्रलेक प्रकाशन, मुंबई मूल्य - २४९ रुपए (अमेजन और फ्...
16 comments:
›
Home
View web version